ग्राम समाज की भूमि पर भूमाफिया ने किया कब्जा, उत्तराखण्ड स्तम्भ की शिकायत के बाद हरकत में आया प्रशासन
      भूमाफिया ने ग्राम समाज की भूमि पर कब्जा कर करा दिया सी.सी.सड़क का निर्माण


अनिल बिष्ट /हरिद्वार। ग्राम समाज की भूमि पर भूमाफियाओं की गिद्ध दृष्टि गड़ी हुई हैं। जिसके चलते भूमाफिया ने ग्राम सभा द्वारा गरीब परिवारों को काश्तकारी के लिए आंवटित पट्टा भूमि पर कब्जा कर सी.सी.सड़क का निर्माण करा दिया । ग्राम समाज की काश्तकारी हेतु पट्टा आवंटित भूमि पर खरीद-फरोख्त का कार्य ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से फल-फूल रहा हैं। ग्रामीण इलाकों में गरीबों को काश्तकारी के लिए आवंटित पट्टा भूमियों को भूमाफिया औने-पौने दामों में खरीदकर उन पर कालोनियों का निर्माण कराने में लगा हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में भूमाफिया का खासा सक्रिय हैं और ग्राम समाज की काश्तकारी के लिए पट्टा आवंटित भूमियों पर उसकी गिद्ध दृष्टि पड़ी हुई हैं। 

ताजा मामला जमालपुरकलां का हैं जहां क्षेत्र के दबंग कलोनाईजर ने श्रेणी-4 की भूमि पर एक गरीब काश्तकार पर अपना दबाव व प्रभाव बनाने के चलते औने-पौने दामों ग्राम सभा से आवंटित पट्टा भूमि को न सिर्फ खेती के लीज डीड करा ली , बल्कि ग्राम सभा की सरकारी भूमि पर सीसी सड़क निर्माण तथा बिजली के पोल तक लगवा दिए। बताया जा रहा हैं कि पट्टा भूमि की लीज डीड कराने के बाद पट्टाधारक काश्तकार को बतौर भूमिधर कराने की जुगत में लगा हैं। इसका सबसे बड़ा कारण हैं कि इस जमीन से लगी भूमि के आस-पास का क्षेत्र में खासा विकसित हो चुका हैं । जिसमें कई कालोनियां विकसित हो चुकी हैं। जिन गरीब काश्तकारों जीवन यापन करने के लिए ग्राम सभा की ओर से पट्टा आवंटन किया गया था आज के दौर में उन पर काश्तकारी न के बराबर हैं। काश्तकारों के लिए यह जमीन आज के समय में बंजर हैं जबकि भूमाफियाओं के लिए यह जमीन खासी अहमियत रखती हैं। ग्राम सभा की भूमियों को खुर्द-बुर्द करने में ग्राम सभा से जुड़े ग्रामीणों की भूमिका भी अहम हैं । जो ग्राम समाज की भूमि पर ऐसे गरीब परिवार पट्टाधारकों से सम्पर्क करता है और पैसों का लालच देकर अपने जाल में फंसा लेता हैं। खेल यहीं खत्म नहीं होता एक तरफ पट्टाधारक को विश्वास में लेकर भूमिधर होने से पूर्व ही अपने पक्ष में लीज डीड या एग्रीमैंट करा लेते हैं। जबकि नियमानुसार पट्टाधारक को भूमिधर होने की स्थिति तक किसी भी व्यक्ति को भूमि पट्टे पर या विक्रय करने का अधिकार नहीं हैं। 

उत्तराखण्ड स्तम्भ ने जब इस मामले में प्रशासन से शिकायत की तब कहीं जाकर प्रशासन हरकत में आया। मामला संज्ञान में आने के बाद एसडीएम पूरण सिंह राणा ने त्वरित कार्रवाहीं करते हुए मौके पर यथास्थिति के आदेश पारित कर दिए हैं। सूत्रों के अनुसार मिली जानकारी के अनुसार प्रशासन ग्राम सभा की भूमि को भूमाफिया से कब्जा मुक्त कराने के लिए जल्द ही कोई बड़ी कार्रवाही करने की तैयारी में हैं।

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